आज इस लेख में हमने शामिल किये हैं कुछ ऐसे अनोखे सामान्य ज्ञान के प्रश्न और विज्ञान के रोचक तथ्य जिनके बारे में आप जरूर जानना चाहेंगे। मैं उम्मीद करता हूँ आपको ये रौचक जानकारियां जरूर पसंद आएंगी।

सामान्य ज्ञान के प्रश्न, विज्ञान के रोचक तथ्य:

1. सूर्य का रंग लाल क्यों दिखाई देता हैं?

पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमते हुए सूर्य की परिक्रमा करती हैं। पृथ्वी का जो भाग सूर्य के सामने होता हैं वहां दिन होता हैं और जहां सूर्य की रौशनी नहीं पहुँच पाती वहां रात होती हैं।

सुबह और शाम सूर्य क्षितिज के पास होता हैं। उस समय सूर्य के प्रकाश द्वारा वायुमंडल में तय की गई दूरी दोपहर में तय की गई दुरी से 50 गुना अधिक होती हैं।

इसके साथ ही वायुमंडल में छिपे धूल और धुंए के कण हरे, नीले और बैंगनी रंग के प्रकाश को फैलाते हैं और हमारी आंखे इन रंगो को बहुत कम देख पाती हैं।

हमारी आंखे सूर्य के केवल लाल, नारंगी और पीले रंग के प्रकाश को ही देख पाती हैं।

2. लोहे पर जंग कैसे लगता हैं?

आपने देखा होगा कि जब लोहे के चाकू, हथौड़े, पेचकस या किसी अन्य औजार को किसी नमी वाले स्थान में कुछ दिन रख दिया जाए तो इन चीजों पर कत्थई रंग की एक परत जम जाती हैं। इसी को जंग कहते हैं। जंग वास्तव में लोहे का ऑक्साइड हैं।

जब लोहे का परमाणु ऑक्सीजन से संयोग (क्रिया) करता हैं तो लोहे का Oxide बनता हैं। लोहे के परमाणुओं का ऑक्सीजन से मिलना ऑक्सीकरण की क्रिया कहलाती हैं।

लोहे पर जंग लगने के लिए ऑक्सीजन और नमी का होना अत्यंत आवश्यक हैं। सूखे स्थान पर लोहा ऑक्सीजन से संयोग नहीं कर करता।

नमी और ऑक्सीजन की उपस्थिति में ही लोहे के परमाणु धीरे-धीरे ऑक्सीजन से मिलकर लोहे का ऑक्साइड बनाते रहते हैं और जंग लगने की क्रिया जारी रहती हैं।

सामान्य ज्ञान के प्रश्न, विज्ञान के रोचक तथ्य

जब लोहे की किसी वस्तु पर जंग लगना शुरू हो जाता हैं तो धीरे-धीरे उस वस्तु पर फ़ैल जाता हैं। जंग पानी को सोखता हैं और पानी उस वस्तु के दूसरे हिस्सों के परमाणुओं को ऑक्साइड बनने में मदद करता हैं।

जंग लगने को रोकना वैज्ञानिकों के लिए एक गंभीर समस्या रही हैं क्यूंकि लोहे की बनी मशीने, रेलगाड़ियां, मोटरसायकिल, जहाज आदि हजारों चीजें जंग लगने के कारण जल्दी ख़राब हो जाती हैं।

3. दूध का रंग सफ़ेद क्यों होता हैं?

दूध में एक खास प्रोटीन कैसीन काफी बड़ी मात्रा में होता हैं। इसमें जो चिकनाई हैं उसका रंग भी सफ़ेद हैं। यह भी दूध कोलाईडल पार्टिकल्स से बना हैं। इसमें शामिल तत्वों के कण इतने सूक्ष्म और पारदर्शी हैं कि वे प्रकाश को जज्ब नहीं करते।

4. चींटियां लाइन में क्यों चलती हैं?

चींटियों के एक साथ लाइन में चलने के पीछे उनके शरीर से निकलने वाला खास रसायन हैं। लाइन में चलने के दौरान लीडर द्वारा फेरोमोन रसायन स्रावित किया जाता हैं जिसकी गंध को सूंघते हुए बाकि चींटिया उसके पीछे चलती हैं जिससे एक लाइन बन जाती हैं।

5. कुत्ते के सूंघने की क्षमता अधिक क्यों होती हैं?

कुत्ते के सूंघने की क्षमता ज्यादा होने का कारण उसके शरीर में मौजूद विशेष गुण होते हैं। कुत्ते की नाक के दोनों छिद्रों में एक ऐसी जगह होती हैं जहां बहुत अधिक मात्रा में गंध सवेंदनशील कोशिकाएं होती हैं जिन्हें कीमोरिसेप्टर कहा जाता हैं।

ये रिसेप्टर बालों जैसे दिखाई देते हैं और म्यूकस के कारण हमेशा गीले रहते हैं। ये सेल्स नाड़ियों के जरिए दिमाग से जुडी रहती हैं और दिमाग के इस स्थान को ऑल फक्ट्री बल्ब कहा जाता हैं।

ये भाग जितना बड़ा होता हैं, कुत्ते में सूंघने की क्षमता की उतनी ही बढ़ जाती हैं। एक कुत्ते को औसत उम्र करीब 11 साल होती हैं और हैरानी की बात ये हैं कि उसका दिमाग केवल 2 साल के बच्चे जितना होता हैं।

6. बारकोड (Barcode) क्या होता हैं?

बारकोड मोटे तौर पर किसी वस्तु के बारे में जानकारी देने वाले Data का मशीन से पढ़े जाने लायक ऑप्टिकल विवरण होता हैं। मूलतः शुरुआती बारकोडों में अनेक समांतर रेखाओं की मोटाई और उनके बीच की व्यस्थित दूरी उस विवरण को व्यक्त करती थी।

सामान्य ज्ञान के प्रश्न, विज्ञान के रोचक तथ्य
सामान्य ज्ञान के प्रश्न, विज्ञान के रोचक तथ्य:

यह एक आयामी व्यवस्था थी, अब इनमें चतुष्कोण, पंचकोण, डॉट और अन्य ज्यामितीय संरचनाओं यानि दो आयामी व्यस्था का इस्तेमाल भी होने लगा हैं।

शरू में बारकोड को पढ़ने के लिए Optical Scanners और Barcode Reader आते थे पर अब Desktop Printers और स्मार्टफोनों में भी इसकी व्यस्था होने लगी हैं।

साठ के दशक में अमरीकन रेलरोड्स की एसोसिएशन ने बारकोड का चलन शुरू किया था। इसका विकास General Telephone and Electronics (GTE) ने किया था।

इसके तहत इस्पात की पटरियों की पहचान के लिए उनमें रंगीन पट्टियां लगाई जाती थी। ये पट्टियां उस सामग्री के स्वामित्व, उस उपकरण के टाइप और पहचान नंबर की जानकारी देती थी।

गाड़ी के दोनों और ये पट्टियां लगी होती थी। इन प्लेटों को यार्ड के गेट पर लगा स्कैनर पढ़ता था। जब सुपरमार्केट में सामान के भुगतान की व्यवस्था दुनियाभर में चलने लगी।

7. बारिश के बाद मिटटी से सुगंध क्यों आती हैं?

वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश के बाद वायुमंडल में फैली हुई ओजोन गैस की कुछ मात्रा पानी में घुल जाती हैं, जिसकी वजह से महक या खुशबू आती हैं।

पेड़ या पौधों से लगातार तेल स्रावित होता हैं। जब बारिश पड़ती हैं तब उसकी बूंदों के साथ यह तेल तेजी से पूरे वातावरण में फैल जाता हैं। बारिश, पानी और मिटटी कुछ इस प्रकार क्रिया करते हैं, जिससे एक अजीब सी खुशबू या सुगंध आती हैं।

8. व्यक्ति मृत सागर में आसानी से क्यों तैर पाता हैं?

मृत सागर के जल में लवण पर्याप्त मात्रा में मौजूद होती हैं। इसके कारण असमुद्री जल की अपेक्षा इसके जल का घनत्व अधिक होता हैं।

व्यक्ति अधिक घनत्व वाले जल में आसानी से तैर सकता हैं क्यूंकि अपने भार को संतुलित रखने के लिए असमुद्री जल की अपेक्षा इस जल की अल्प मात्रा को विस्थापित करना होता हैं।

9. पक्षी सोते समय नीचे क्यों नहीं गिरते?

पक्षी जब पेड़ की डाल पर बैठता हैं तो उनके पंजों की खास बनावट उन्हें डाल से बांध देती हैं। पक्षी डाल पर बैठ कर आराम से सो सकता हैं क्यूंकि उसके पंजों की बनावट उसे गिरने नहीं देती।

परन्तु यह गुण हर पक्षी को नहीं मिला। शतुरमुर्ग कभी डाल पर नहीं सो सकता और न ही बतख। उनके पंजों की सरंचना अलग हैं।

10. नार्वे में आधी रात तक सूरज चमकता हैं। क्या यह बात सही हैं?

नॉर्वे उत्तरी ध्रुव के काफी करीब हैं। इस इलाके में गर्मियों में रात के बारह बजे के बाद तक सूरज चमकता हैं। रातें कुछ घंटे की होती हैं, उस दौरान भी सूरज क्षितिज के करीब होता हैं।

इसलिए रातें अंधयारी नहीं होती। इसलिए इसे अर्धरात्रि के सूर्य वाला देश कहा जाता हैं।

11. मृत व्हेल मछलियों में विस्फोट क्यों होता हैं?

व्हेल मछली ब्रह्माण्ड की ज्ञात सबसे बड़ा जीव हैं। जब किसी व्हेल की मृत्यु होती हैं तो व्हेल का शरीर धीरे-धीरे समुद्र तल में जाकर स्थिर हो जाता हैं जहां शार्क, छोटी मछलियां और हड्डी खाने वाले कीड़े वर्षों तक व्हेल के मृत शरीर को चट करते हुए समय बिताते हैं।

इस प्रक्रिया में 30 40 साल लग जाते हैं। अगर समुद्रों की लहरों के कारण किसी कारणवश व्हेल का मृत शरीर समुद्र तट पर पहुँच जाये तो स्थिति अलग होती हैं।

सामान्य ज्ञान के प्रश्न, विज्ञान के रोचक तथ्य:
Dead blue Whale

तब शार्क और अन्य मछलियों की गैरमौजदगी में व्हेल के अंदर मौजूद Bacteria व्हेल के शरीर की कोशिकाओं को अंदर से खाना शुरू कर देता हैं।

जब भी Bacteria शरीर की कोशिकाओं का विघटन करते हैं तो बाईप्रोडक्ट के रूप में वे मीथेन और अन्य गैसेज छोड़ते हैं। मृत व्हेल के अंदर ये गैसें विशाल मात्रा में उत्पन्न होती हैं।

मरने के बाद व्हेल की खाल बेहद सख्त होने के कारण इन गैसों को बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिलता और गैस अंदर इकट्ठा होती रहती हैं।

विस्फोटों के ज्यादातर मामलों में धमाका तभी हुआ जब इंसान किसी उपकरण से व्हेल के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे और खाल में लगे किसी कट के कारण गैसों को तेज गति से बाहर आने का मौका मिला और जब गैस बेहद तेज प्रेशर से बाहर आती हैं तो जाहिर हैं विनाशकारी धमाका होता हैं।

इसलिए किसी भी मरी हुई व्हेल के नजदीक जाना जानलेवा हो सकता हैं।

12. समुद्र कितना गहरा होता हैं?

समुद्रों की गहराई अलग-अलग जगहों- अलग होती हैं। सारी दुनिया के सागरों की औसत गहराई 12,100 फुट हैं। इसकी तुलना सबसे ऊँचे पर्वत शिखर से करें जिसकी ऊंचाई 29,029 फुट हैं।

दुनिया में सबसे गहरा सागर पश्चिमी प्रशांत महासागर के मैरियाना ट्रेंच में हैं, जिसे चैलेंजर डीप कहा जाता हैं। इसकी गहराई को सबसे पहले 1857 में ब्रिटिश पोत HMS चैलेंजर के नाविकों ने नापा, इसकी गहराई 10,898 से 10,916 मीटर के बीच हैं।

13. हेलेना द्वीप कहां हैं?

सेंट हेलेना कुस्तुनतुनिया (कांस्टेंटिनोपल) के संत हेलेना के नाम पर रखा गया दक्षिण अटलांटिक महासागर में अफ्रीका के तट से करीब 1950 किलोमीटर दूर एक द्वीप हैं।

यह छोटा सा द्वीप करीब 16 किलोमीटर लम्बा और 8 किलोमीटर चौड़ा हैं। यह द्वीप कभी ज्वालामुखी था। सन 1502 में पुर्तगालियों ने इस निर्जन द्वीप की खोज की थी।

उसके पहले इन निर्जन था। अब दुनिया में ब्रिटेन के बचे हुए सिर्फ दो उपनिवेश हैं। बरमूडा और दूसरा संत हेलेना द्वीप। राजधानी जेम्सटाउन और आधिकारिक भाषा अंग्रेजी हैं।

14. डाटा (DATA) शब्द का मतलब क्या होता हैं?

अंग्रेजी के DATA का मतलब होता हैं ऐसे तथ्य या आंकड़े, जिनके सहारे निष्कर्ष निकाले जा सकते हैं। आमतौर पर हम इस शब्द का इस्तेमाल एकवचन के रूप में करते हैं, पर यह लैटिन का बहुवचन शब्द हैं, जिसका एकवचन Datum होता हैं।

लैटिन व्याकरण को मानने वाले बुजुर्ग लोग इसका प्रयोग सिर्फ बहुवचन में करते हैं। नए प्रयोग में यह शब्द एकवचन के तौर पर भी इस्तेमाल होता हैं। सही हैं These data are new, जबकि अब बड़ी संख्या में लोग कहते हैं This data is new. सन 1954 में कंप्यूटर के इस्तेमाल के साथ एक नया शब्द बना Data Processing.

15. फॉग और स्मॉग में क्या अंतर हैं?

कोहरा यानी फॉग नमी वाली हवा में बनता हैं। इसके बनने की प्रक्रिया बादलों जैसी होती हैं। गर्म हवा के मुकाबले ठंडी हवा ज्यादा नमी ग्रहण करती हैं। पानी के कण ही कोहरे की शक्ल में नजर आते हैं।

भाप से भी हवा नमी लेती हैं। बादल का वह भाग जो जमीन के करीब होता हैं वस्तुतः कोहरा ही होता हैं। कोहरा कई तरह से बनता हैं। मोटे तौर पर इसे दो एडवेक्शन फॉग और रेडिएशन फॉग नाम दिए जाते हैं।

स्मॉग शब्द स्मोक से बना हैं। यानी जब नम हवा में धुंआ भी शामिल हो जाता हैं तो उसे स्मॉग कहते हैं। फॉग में कुछ स्मॉग और स्मॉग में फॉग भी शामिल होता हैं। इसलिए दोनों कई बार विभाजक रेखा खींचना मुश्किल होता हैं। जब प्रदूषणकारी धुंए की बहुतायत हो तो उसे स्मॉग कहेंगे।

16. मच्छर के काटने पर खुलजी क्यों होती हैं?

मादा मच्छर जब खून पीने के लिए अपना डंक हमारे शरीर में चुभोती हैं तो त्वचा की ऊपरी हिस्से पर छेद हो जाता हैं। हमारे शरीर की यह खासियत होती हैं कि कहीं भी छेद होने पर खून का थक्का तुरंत जम जाता जाता हैं।

ऐसा होने पर मच्छर के लिए खून पीना सम्भव नहीं होगा इसलिए मच्छर अपने डंक से ऐसा विशेष रसायन छोड़ते हैं जो खून का थक्का बनने से रोकता हैं। यह रसायन हमारी स्किन में पहुंचकर रियक्शन करता हैं जिससे डंक मारे गए स्थान पर जलन और खुजली होती हैं।

मच्छर के काटे जाने पर हमारा इम्यून सिस्टम भी मच्छर की लार को निष्क्रिय करने के लिए रसायन छोड़ता हैं। इन दोनों रसायनों के रियक्शन से ही देर तक खुजली रहती हैं।

17. बरसने वाले बादल काले क्यों दिखाई देते हैं?

जब किसी वस्तु पर सूर्य का प्रकाश पड़ता हैं तो उसका कुछ भाग परावर्तित हो जाता हैं और कुछ वस्तु द्वारा अवशोषित कर लिया जाता हैं।

चमकीली वस्तुए अक्सर अपने ऊपर पड़ने वाले प्रकाश को परावर्तित करती हैं। यदि कोई उस वस्तु पर पड़ने वाले प्रकाश को पूरी तरह अवशोषित कर लेती हैं तो वह काले रंग की दिखाई देती हैं। वास्तव में काला रंग कोई रंग नहीं हैं।

प्रकाश के सात रंग जब किसी वस्तु द्वारा अवशोषित कर लिए जाते हैं तो उस वस्तु का रंग काला दिखाई देता हैं।

18. आपके शरीर का तापमान 37 डिग्री ही क्यों होता हैं?

आपने कभी किसी मुर्दा शरीर को छुआ हो तो आप जानते होंगे कि एक मृत शरीर जीवित के मुकाबले ठंडा होता हैं क्यूंकि जीवित शरीर भोजन द्वारा प्राप्त ऊर्जा के इस्तेमाल से निरंतर 37 डिग्री गर्म रहता हैं।

मृत्यु के पश्चात शरीर की बायोलॉजिकल मशीनरी ठप हो जाती हैं और शरीर का तापमान गिरने से लाश ठंडी होती जाती हैं।

स्तनधारी जीव यानी मनुष्यों को अपने शरीर का तापमान गर्म रखने के लिए निरंतर ऊर्जा प्राप्ति के लिए भोजन जुटाना पड़ता हैं।

19. बारिश से पहले पसीना क्यों आता हैं?

बारिश से कुछ समय पहले वातावरण में चारों ओर जलवाष्प फैली होती हैं, जिससे वातावरण में नमी बढ़ जाती हैं। ऐसे में हमारे शरीर से निकला पसीना जल्द वाष्पित नहीं होता और वह देर तक शरीर पर बना रहता हैं।

इसी कारण ठंडक होने के बावजूद बारिश के पहले हमें पसीना आने का आभास होता रहता हैं।

और आखिर में,

तो फ्रेंड्स! अगर आपको ये (सामान्य ज्ञान के प्रश्न, विज्ञान के रोचक तथ्य) जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें तथा मन में कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।

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By Rakesh Verma

Rakesh Verma is a Blogger, Affiliate Marketer and passionate about Stock Photography.

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