आज, हम कंप्यूटर की पीढ़ीयां और उनकी विशेषताओं (Generation of Computer in Hindi) के बारे में बात करेंगे। यहां आप कंप्यूटर के इतिहास के बारे में विस्तार से जानने वाले हैं यानी कंप्यूटर की पहली पीढ़ी से अब तक की कहानी। तो आइए शुरू से अब तक के कंप्यूटरों की इस विकास यात्रा को समझें।

कंप्यूटर की पीढ़ीयां Generation of Computer in Hindi (1st to 5th):

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी (First Generation of Computer):

कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी का दौर 1930-1956 तक माना जाता है। यह विश्वयुद्ध का युग था जिसने कंप्यूटर की अवधारणा को आकार दिया। इस अवधि में दुनिया का पहला कंप्यूटर (INIAC) बनाया गया था। इस समय के सभी प्रारंभिक कंप्यूटर एक बड़े कमरे के आकार के बराबर थे।

इन पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब (Vacume Tube) का उपयोग किया गया था जो कि एक प्रकाश बल्ब (Light Bulb) के समान थे। यह एक सिग्नल एम्पलीफायर के रूप में काम करता है।

वैक्यूम ट्यूब ने बिजली के प्रवाह को रोकने के लिए एक स्विच (Switch) की तरह काम किया। बिजली की अधिक खपत के कारण, ये कंप्यूटर बहुत गर्म हुआ करते थे।

कंप्यूटर की पीढ़ीयां | Generation of Computer in Hindi
Vacuum Tubes (image source: wikimedia)

इसलिए, उन्हें ठंडा रखने के लिए वातानुकूलित कमरों में रखा गया था। उनमें केवल मशीन भाषा का उपयोग किया गया था। ये कंप्यूटर बहुत महंगे थे।

कंप्यूटर की द्वितीय पीढ़ी (Second Generation of Computer):

माना जाता है कि दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर 1959 से 1965 तक के हैं। इस युग में, ट्रांजिस्टर का आविष्कार किया गया था जो Vacume Tube की तुलना में बहुत अधिक शक्तिशाली और तेज थे।

इस वजह से, बाद के ये कंप्यूटर processing और Input-Output के मामले में और भी अधिक शक्तिशाली हो गए।

कंप्यूटर की पीढ़ीयां | Generation of Computer in Hindi
Bipolar_transistors_Silicium_based (Image Source: Wikimedia)

इन कंप्यूटरों का आकार पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों की तुलना में थोड़ा छोटा था। अब ये कंप्यूटर बहुत गर्म नहीं थे।

कंप्यूटर की इस पीढ़ी में, primary memory के रूप में magnetic cores का उपयोग किया जाता है, और secondary memory के लिए magnetic disk और magnetic tap का उपयोग किया जाता हैं।

इस समय के दौरान Programming Languages का उपयोग कंप्यूटर में किया गया था जैसे कि Assembly Language और High Level Language जैसे कि FORTRON और COBOL

कंप्यूटर की तृतीय पीढ़ी (Third Generation of Computer):

कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी को 1965 से 1971 के बीच माना जाता है। इस युग के कंप्यूटर पहले की तुलना में छोटे और तेज़ हो गए क्योंकि अब Transister की जगह IC (Integrated Circuit) को प्रतिस्थापित किया जा रहा था।

कंप्यूटर की पीढ़ीयां | Generation of Computer in Hindi
IC (Integrated Circuit)

एक IC में कई Transister और Capecitor की ताकत होती है। इन सभी आईसी को एक Circuit Board पर स्थापित किया गया था जिसे Motherboard कहा जाने लगा।

DEC PDP और IBM 360 series कंप्यूटर इस युग के सबसे प्रमुख प्रतियोगी रहे हैं। तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में C, Pascal, COBOL और FORTRAN जैसी उच्च स्तरीय भाषा (high level language) का उपयोग किया जाता था।

कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी (Fourth Generation of Computer):

1971 से 1980 तक की अवधि वास्तव में कंप्यूटर क्रांति की अवधि थी। यह वह समय था जब पर्सनल कंप्यूटर जिसे हम माइक्रो कंप्यूटर भी कहते हैं, का रूप सामने आया।

इस समय तक, कंप्यूटरों में IC की जगह VLSI (Very Large Scale Integrated Circuit) की शुरुआत हुई थी। VLSI ने कंप्यूटरों के आकार को इतना कम कर दिया कि अब कंप्यूटर को आसानी से एक मेज पर रखा जा सकता था।

अब कंप्यूटर पहले की तुलना में बहुत सस्ते होने लगे, जिसके कारण ये माइक्रो कंप्यूटर घर-घर तक पहुंच गए। अब कंप्यूटर का उपयोग लगभग हर तरह के काम में किया जाता है, क्योंकि अब कंप्यूटर में एक साथ कई कार्य किए जा रहे हैं।

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Micro Computer (Source: Wikimedia) कंप्यूटर की पीढ़ीयां | Generation of Computer in Hindi

इसके साथ ही इन कंप्यूटरों के माध्यम से Time Sharing, Real Time Network, और Operating System वितरित करने का काम भी आसान हो गया। C और C ++ जैसी उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग किया। अब कंप्यूटर द्वारा इंटरनेट का उपयोग भी किया जाने लगा।

इस युग से पहले, सभी कंप्यूटर CUI (Character User Interface) पर आधारित थे, जिसका अर्थ है कि उन कंप्यूटरों में स्क्रीन पर केवल नंबर, अक्षर और special characters ही दिखाई देते थे।

लेकिन चौथी पीढ़ी के कंप्यूटरों में, GUI (Graphical User Interface) तकनीक का उपयोग किया गया था जो ग्राफिक्स पर आधारित थी। सभी प्रकार के Menu, Graphics और Images जो आज हम Computer Screen पर देखते हैं, इस अवधि के कंप्यूटरों में शुरू हुए।

GUI के कारण, अब कंप्यूटर में माउस का उपयोग किया जाने लगा । Apple I और II सीरीज़, ALTAIR 8800, IBM PC इस युग के सबसे लोकप्रिय कंप्यूटर थे।

कंप्यूटर की पाँचवी पीढ़ी (Fifth Generation of Computer):

ये वर्तमान और भविष्य के कंप्यूटर माने जाते हैं। अब VLSI को ULSI (Ultra Large Scale Integration) तकनीक से बदल दिया गया। इसके साथ, अब माइक्रोप्रोसेसर चिप का रूप सामने आया है जो वर्तमान में सभी कंप्यूटरों में उपयोग किया जाता है।

कंप्यूटर की पीढ़ीयां | Generation of Computer in Hindi
microprocessor chip: Computer Ki Pidiya 1st to 5th:

इस युग के कंप्यूटर पहले की तुलना में लाखों गुना तेज और विश्वसनीय हो गए हैं, जो अब भी तेजी से बदलाव के दौर से गुजर रहा है।

अब ये कंप्यूटर सस्ते होने के साथ-साथ आकार में बहुत छोटे हो गए हैं और इसके कारण कंप्यूटर के कई रूप देखने को मिल रहे हैं जैसे Mini Computer, Palm Top Computer, Laptop, Digital Notebook, Ultrabook, Chromebook, Robots आदि।

आने वाले समय में AI (Artificial Intelligence) तकनीक पर आधारित कंप्यूटरों का तेजी से विकास होगा, जिसके कारण कंप्यूटरों के सोचने और निर्णय लेने की क्षमता भी बढ़ेगी।

वर्तमान में भविष्य के कंप्यूटरों यानी क्वांटम कंप्यूटर पर भी शोध शुरू हो गया है, जो कंप्यूटर की दुनिया को पूरी तरह से बदल देगा। ये कंप्यूटर उन कार्यों को भी करने में सक्षम होंगे जो आज के सुपर कंप्यूटर भी नहीं कर सकते हैं।

FAQs (कंप्यूटर की पीढ़ीयां | Generation of Computer in Hindi):

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी कब आई?

कंप्यूटर की पहली पीढ़ी का दौर 1946 से 1959 तक का माना जाता है।

पहली पीढ़ी का कंप्यूटर कौन सा है?

पहली पीढ़ी का कंप्यूटर ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) था।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का क्या नाम है?

ट्रांसिस्टर कंप्यूटर दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर थे।

तीसरी पीढ़ी के कंप्यूटर कौन है?

तीसरी पीढ़ी के computers में ट्रांसिस्टर्स की जगह IC (Integrated Circuit) का इस्तेमाल होने लगा था।

कंप्यूटर के कितने प्रकार के होते हैं?

कंप्यूटर के 4 प्रकार होते हैं?
माइक्रो कंप्यूटर, मिनी कंप्यूटर, मेनफ़्रेम कंप्यूटर, सुपर कंप्यूटर

कंप्यूटर का जनक कौन है?

कंप्यूटर का जनक चाल्स बैबेज को कहा जाता है?

पहला कंप्यूटर कहाँ बना था?

ENIAC को संयुक्त राज्य अमेरिका के बैलिस्टिक अनुसंधान प्रयोगशाला के लिए तोपखाने की फायरिंग तालिकाओं की गणना करने के लिए डिज़ाइन किया गया था

भारत में पहला कंप्यूटर कहाँ लगाया गया था?

1956 में भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता में पहला कंप्यूटर स्थापित किया गया, जिसकी कीमत 10 लाख रुपये थी।

At Last:

तो दोस्तों, इस पोस्ट में आपने कंप्यूटर की पीढ़ीयां और उनकी विशेषताओ के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के बीच जरूर शेयर करें और अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

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By Rakesh Verma

Rakesh Verma is a Blogger, Affiliate Marketer and passionate about Stock Photography.

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