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गेहूं की खेती की जानकारी | Gehu Ki Kheti Kaise Kare – Best Guide

इस लेख में आप गेहूं की खेती की जानकारी प्राप्त करने वाले हैं साथ ही आप यह भी जानेंगे कि Gehu Ki Kheti Kaise Kare?

तो आईये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं –

गेहूं की खेती की जानकारी | Gehu Ki Kheti Kaise Kare?

गेहू (Wheat) विश्व की प्रमुख खाद्यान्न फसलों में से एक हैं। विश्व में सर्वाधिक क्षेत्रफल पर गेहू की कृषि की जाती है। संसार में सिंचाई का सबसे अधिक उपयोग गेहूँ की कृषि के लिए ही हुआ है। यह मुख्यतः शीतोष्ण कटिबंधीय फसल है, परन्तु इसे उष्ण एवं उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में भी पैदा किया जाता हैं।

गेहू की बुवाई अक्टूबर से नवंबर महीने में की जाती है तथा इसके 3 से 4 महीने बाद मार्च में कटाई की जाती है।

गेहूँ की खेती के लिए भौगोलिक परिस्थितियाँ:

मिटटी:

गेहू की कृषि के लिए नरम मटियार (light clay), भारी दोमट (heavy loam), या उपजाऊ काली मिटटी सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं। इस मिटटी की विशेषता ये हैं कि इसमें जल धारण करने की क्षमता सबसे अधिक होती हैं, जिससे मिटटी में लम्बे समय तक नमी बनी रहती हैं। इस मिट्टी में छोटे एवं बड़े कण लगभग समान मात्रा में ही पाए जाते है।

इसके आलावा चिकनी मिटटी या बलुई मिट्टी में भी गेहूँ की फसल पैदा की जा सकती हैं। गेहूँ की खेती के लिए खेत में जल निकास की उचित व्यवस्था होनी चाहिए क्यूंकि खेत में अधिक समय तक जल भराव के कारण गेहूँ के पौधे गल सकते हैं।

तापमान:

गेहूँ की खेती के लिए समशीतोष्ण जलवायु की आवश्यकता होती है। अर्थात ठंडी एवं शुष्क जलवायु बेहतर होती है।

गेहुँ के लिए बोते समय 10 सेंटीग्रेड, बढ़ते समय 15 सेंटीग्रेड एवं पकते समय 20 सेंटीग्रेड तापमान आदर्श होता हैं। इसका अर्थ हैं न तो अधिक तापमान और न ही कम तापमान होना चाहिए। इसके लिए कम से कम 100 दिन पालारहित होना चाहिए।

गेहू का पौधा ठन्डे तापमान में अच्छी वृद्धि करता हैं। इस दौरान यदि तापमान में वृद्धि होती है तो फसल समय से पहले पक सकती हैं और इससे पैदावार में कमी हो सकती है।

लेकिन गेहू के पौधे को पकते समय तेज धुप की आवश्यकता होती है।

वर्षा:

गेहू की खेती के लिए 50 से 100 सेन्टीमीटर वार्षिक वर्षा आवश्यक होती हैं। वर्षा के अभाव में सिंचाई के अन्य तरीके भी इस्तेमाल किये जाते है। जैसे: नहर, कुआ या नलकूप इत्यादि।

सिंचाई:

गेहूँ की फसल के दौरान लगभग 4 से 6 बार सिंचाई की आवश्यकता होती हैं। अगर मिटटी भारी हो तो उसमे 4 बार सिंचाई होती हैं। यदि मिटटी हल्की हो तो लगभग 6 बार तक सिंचाई करने की जरूरत होती है।

विश्व में गेहूँ के उत्पादन क्षेत्र:

गेहूँ 60 उत्तरी एवं 40 दक्षिणी अक्षांशों के बीच मुख्य रूप से उत्पन्न किया जाता है। कुल उत्पादन का 90 गेहू उत्तरी गोलार्ध एवं शेष 10 प्रतिशत दक्षिणी गोलार्ध से प्राप्त किया जाता है।

पश्चिमी यूरोप:

सालोंभर हल्की वर्षा के बावजूद यहां गेहूँ की गहन कृषि की जाती है। गेहूँ का सर्वाधिक प्रति हेक्टयर उत्पादन इसी क्षेत्र में होता है। फ़्रांस इस क्षेत्र का सबसे बड़ा गेहूं उत्पादक तथा एकमात्र निर्यातक देश है, जहां पेरिस बेसिन गेहूं की कृषि के लिए प्रशिद्ध है। अन्य देश- डेनमार्क, नीदरलैंड, ब्रिटेन, बेल्जियम, जर्मनी।

संयुक्त राज्य अमेरिका एवं कनाडा:

यहाँ का प्रमुख गेहूं क्षेत्र प्रेयरी क्षेत्र है जो 1500 किलोमीटर किमी लम्बाई एवं 300-800 किमी चौड़ाई में फैला हुआ है। प्रेयरी प्रदेश के ठीक दक्षिण गेहूं का दूसरा महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जहां शीतकालीन गेहूं उपजाया जाया जाता है।

गेहूं की खेती की जानकारी | Gehu Ki Kheti Kaise Kare
गेहूं की खेती की जानकारी | Gehu Ki Kheti Kaise Kare

कनाडा में रेड नदी की घाटी को विश्व की रोटी की टोकरी कहा जाता है। विनिपेग इस क्षेत्र की प्रसिद्द मंडी है एवं यहाँ गेहूं का व्यापार मॉन्ट्रियल पत्तन से होता है।

भूमध्यसागरीय प्रदेश:

यह प्रदेश गेहूं की कृषि के लिए सर्वोत्तम है इस प्रदेश में स्पेन में जमौरा प्रदेश एवं इटली में लोम्बार्डी का मैदान गेहूं की खेती के प्रमुख क्षेत्र है।

अन्य क्षेत्र :

अर्जेंटीना एवं उरुग्वे का पम्पास क्षेत्र, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान में पंजाब, सिंध, दक्षिणी अफ्रीका में केप प्रान्त एवं भूमध्य सागरीय तट।

FAQ (गेहूं की खेती की जानकारी | Gehu Ki Kheti Kaise Kare):

गेहूं बोने का सही समय कौन सा है?

उत्तर : गेहू बोने का सही समय अक्टूबर के दूसरे हफ्ते से नवंबर तक का होता है।

गेहूं की फसल कब बोई जाती है और कब काटी जाती है?

उत्तर : गेहू की फसल अक्टूबर बोई जाती है। इसके 3-4 महीने बाद मार्च तक इसकी कतई की जाती है।

गेहूं बोने से पहले क्या करना चाहिए?

उत्तर : पहली जुताई मिटटी पलटने वाले हल से तथा बाद में डिस्क हैरो या कल्टीवेटर से 2-3 जुताईयां करके खेत को समतल करते हुए भुरभुरा बना लेना चाहिए

सबसे ज्यादा पैदावार देने वाला गेहूं कौन सा है?

उत्तर : भारत में विकसित गेहूं की किस्म DBW-370 सबसे ज्यादा पैदावार देने वाली है।

गेहूं बोने के बाद कितने दिन बाद पानी देना चाहिए?

उत्तर : गेहूँ में पहली सिंचाई- बुआई के 20-25 दिनों बाद करनी चाहिए इस समय पौधे में जड़ बनने लगती हैं।  
दूसरी सिंचाई- बुआई के 40-45 दिनों बाद करें इस समय कल्लों का विकास होने लगता हैं।  
तीसरी सिंचाई- बुआई के 65-70 दिनों बाद करें जब तने में गांठ पड़ने लगे.

गेहूं बोने से पहले कौन सा खाद डालें?

उत्तर : गेहू बोन से पहले नाइट्रोजन-रिच खाद डालना चाहिए।

एक बीघा जमीन में कितना गेहूं हो सकता है?

उत्तर : एक एकड़ में 15 से 20 क्विंटल तक गेहू की पैदावार की जा सकती हैं।

गेहूं का कौन सा बीज सबसे अच्छा है?

उत्तर : गेहूँ ड्यूरम

गेहूं की फसल कितने दिन में पक कर तैयार हो जाती है?

उत्तर : बुवाई के 120 से 125 दिनों में गेहू की फसल पककर तैयार हो जाती है।

गेहूं में कौन सी दवा डालना चाहिए?

उत्तर : स्टाम्प 30 ई. सी. (पैंडीमैथालिन). यह एक अच्छा खरपतवारनाशक हैं।

गेहूं में कितनी बार खाद डालना चाहिए?

उत्तर : हर तीन साल में एक बार खेत में देशी गोबर की खाद डालना चाहिए।

सबसे महंगा गेहूं कौन सा होता है?

उत्तर : शरबती गेहूँ सबसे प्रीमियम गेहू माना जाता है।

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Rakesh Verma

Rakesh Verma is a Blogger, Affiliate Marketer and passionate about Stock Photography.

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